बहुत दिनों के बाद
फिर आई तुम्हारी याद
मन होने लगा उदास
बहुत दिनों के बाद !
रोई ,चीखी, चिल्लाई ऐसे
अन्दर छाया हो मातम जैसे
किसको क्या बतलाऊ कैसे
किससे करू ये बात
बहुत दिनों के बाद !
मन में है, कोलाहल छाया
अपना ख़ुद में कुछ भी ना पाया
फिर से याद आगई मुझको
पहले आलिंगन की रात
बहुत दिनों के बाद !
मन होने लगा उदास
आज फिर
बहुत दिनों के बाद!
1 टिप्पणी:
indeed a very good effort nd handsomely placed words
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