शुक्रवार, 11 सितंबर 2009

मौत .................

मौत नही है ....
कोई कागज़ का टुकडा ,
जिस पर कुछ लिख कर मैं ,
मिटा दूँ !

मौत नही है
धूल का उड़ता हुआ, वो कण
जिसे अपने चेहरे से ,पोंछ कर
मैं मिटादू दूँ !

मौत नही है ,कोई
आकाश का उड़ता हुआ ,पंछी
जिसे पकड़कर सलाखों के पीछे
दबा दूँ !

मौत नही है ,अल्हड़ बचपन
जिसे ममता की छांव तले
मैं सुला दूँ !

मौत नही है
दीवार पे लगा हुआ पोस्टर
जिसे मैं अलग -अलग रंगो से ,
सजा दूँ !

मौत नही है , दिए की डगमगाती हुई लौ
जिसे हवा के तेज़ झोको से ,
मैं बचा लू !

मौत तो जीवन की वो अविरल सच्चाई है !
जो आदि से अंत तक निरंतर चलती आई है !

12 टिप्‍पणियां:

Himanshu Pandey ने कहा…

अद्भुत भाव-संयोजन । विचार तंतु भी बुन लिये गये हैं इधर-उधर । आभार ।

प्रिया ने कहा…

ek shashwat sach...jiske saath jeena hai aur marna bhi

Yogesh Verma Swapn ने कहा…

katu satya. badhaai.

प्रकाश गोविंद ने कहा…

मृत्यु तो एक ऐसी अटल सच्चाई है जिसे आप किसी भी तरह बदल नहीं सकते ! आर्श्चय तो यह है कि परम सत्य जानते हुए भी इंसान सब कुछ समेट लेना चाहता है !

सत्यम..शिवम्..सुन्दरम का दर्शन-भाव लिए
बहुत सुंदर रचना ! कविता की सरलता और
सादगी ही इसको पठनीय बनाती है


आशीष व शुभ कामनाएं
आज की आवाज

pooja ने कहा…

wah itni badiya racha ki haa ki bus nishabd kar diya apne bahut sunder tarike se batai haa ye suchai....

मुकेश कुमार तिवारी ने कहा…

पूजा जी,

मौत को करीबी तौर से परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ अच्छी लगी :-

मौत नही है ,कोई
आकाश का उड़ता हुआ ,पंछी
जिसे पकड़कर सलाखों के पीछे
दबा दूँ !

मौत नही है ,अल्हड़ बचपन
जिसे ममता की छांव तले
मैं सुला दूँ !

मौत नही है
दीवार पे लगा हुआ पोस्टर
जिसे मैं अलग -अलग रंगो से ,
सजा दूँ !

इसी विषय पर अभी हाल ही के दिनों में मैंने श्री विजय साप्पति के ब्लॉग पर भी मौत को लेकर एक बहुत अच्छी कविता है, आप यदि संभव हो तो पढियेगा जरूर।

बहुत दिनों के बाद फ्रीस्पेस तक पहुँच पाया, अच्छा लगा।

सादर,


मुकेश कुमार तिवारी

Naveen Tyagi ने कहा…

bahut achchhi kavita hai.

Creative Manch ने कहा…

जीवन सार समझाती बेहतरीन रचना
बहुत सुन्दर
आभार एवं शुभ कामनाएं


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dweepanter ने कहा…

बहुत सुन्दर...
pls visit...
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जयंत - समर शेष ने कहा…

"मौत नही है ....
कोई कागज़ का टुकडा ,
जिस पर कुछ लिख कर मैं ,
मिटा दूँ !"


Wowwww that was neat!
I am so impressed.
You are too good.

Thanks for sharing your writing.

~Jayant

ओम पुरोहित'कागद' ने कहा…

behtreen kavita.badhai!

बेनामी ने कहा…

Wah richa G itna accha likhti hain
...maan ko bha gayi aapki kavita.......
humare blog per bhi aayeiaga...
Your Most welcome at my blog.....